उत्तर भारत इस समय भयंकर लू की चपेट में है। कई जगहों पर धूल भरी आंधी चलने से वायु प्रदूषण की दोहरी मार पड़ रही है। उत्तर प्रदेश के बांदा में तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जो देश में सर्वाधिक है। राज्य के 13 जिलों में दिन का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा।

आगामी 48 घंटों में लू के और तेज होने की आशंका को देखते हुए मौसम विज्ञान विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 19 मई से उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।

हीटस्ट्रोक की आशंका
राजधानी में दिनभर झुलसाने वाली गर्मी के बाद शाम को 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चली और वर्षा हुई। इस दिन का अधिकतम तापमान 42.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस सीजन का सर्वाधिक है। तापमान के साथ-साथ गर्म हवाओं और आ‌द्रता के स्तर में भी वृद्धि हुई है, जो लगभग 60 प्रतिशत तक पहुंच गई है। इससे हीटस्ट्रोक की आशंका बढ़ गई है।

राजस्थान में प्रचंड गर्मी
राजस्थान के श्रीगंगानगर में 45.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। चूरू में 45.6 और बीकानेर में 45.2 डिग्री तापमान रहा। पंजाब में भी धूप और लू का प्रकोप जारी है। बठिंडा में अधिकतम तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। जम्मू-कश्मीर में भी अगले दो दिन प्रचंड गर्मी का अनुमान है।

पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बौछारें हो रही हैं
उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बौछारें हो रही हैं, जबकि मैदानी क्षेत्रों में उमस बढ़ गई है। कुछ क्षेत्रों में आकाशीय बिजली चमकने और अंधड़ चलने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।

बदला हुआ है मौसम का मिजाज
स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत का कहना है कि असामान्य मौसमी गतिविधियां इस बार मई में तापमान बढ़ने नहीं दे रहीं। एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ आ रहे हैं, जिससे आंधी और वर्षा के हालात बन रहे हैं। कई जगहों पर लू चलने की बजाय तापमान सामान्य के आसपास या उससे नीचे बना हुआ है।

समुद्र की सतह से डेढ़ किमी ऊपर हवा के ऊपरी स्तर में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, जो उत्तर पश्चिम उत्तर प्रदेश की तरफ खिसक रहा है। वायु प्रदूषण बढ़ावायु प्रदूषण की स्थिति भी चिंताजनक है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के कई क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 से ऊपर दर्ज किया गया है, जो इन्हें ''बहुत खराब'' श्रेणी में रखता है। गाजियाबाद और नोएडा जैसे आस-पास के क्षेत्रों की स्थिति भी गंभीर है, जहां एक्यूआइ स्तर ''गंभीर'' श्रेणी में पहुंच गया है।

43 उड़ानों में देरी, 14 रद
इस बीच, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर खराब मौसम के कारण 42 उड़ानों में देरी हुई और 14 उड़ानें रद कर दी गईं। यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा, खासकर श्रीनगर, लेह और अन्य पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा करने वालों को।

प्रदूषण से बचने के लिए मास्क का उपयोग करें
एयरपोर्ट प्रबंधन ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे उड़ान की स्थिति की जानकारी पहले ही ले लें। चिकित्सकों का सुझावचिकित्सकों का सुझाव है कि बुजुर्ग, बच्चे और हृदय रोग से ग्रसित लोग इस दौरान अत्यधिक सावधानी बरतें। पीक घंटों के दौरान घर के अंदर रहें। पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं, छायादार या ठंडी जगहों पर रहें और प्रदूषण से बचने के लिए मास्क का उपयोग करें।